भारत के राष्ट्रीय प्रतीक bharat ke rashtriya pratik . national symbol of india.

  • भारत के राष्ट्रीय प्रतीक


 प्रत्येक  राष्ट्र  के अपने राष्ट्रीय  प्रतिक   होतें है। भारत देश  में भी   स्वतंत्रता के पश्चात् इस विशाल  भू-भाग  को  एकरूपता के धागे में बांधने यहाँ  की संस्कृति  एवं  धरोहर  एवं  विशिष्ट  पहचान हेतु  ऐसे चिन्हों  ऐसे प्रतीकों को  भारत  के  राष्ट्रीय  प्रतीकों  के रूप  में  अलग -अलग  समय में मान्यता  मिली   जिन्हे  आज हमारा  पूरा देश गर्व से सम्मानपूर्वक अपने ह्रदय में संजोता है। 


भारत  के राष्ट्रीय  प्रतीकों के  नाम 

  • राष्ट्रीय चिन्ह 
  • राष्ट्रीय ध्वज 
  • राष्ट्रीय गान 
  • राष्ट्रीय गीत 
  • राष्ट्रीय पशु 
  • राष्ट्रीय पक्षी 
  • राष्ट्रीय पुष्प
  • राष्ट्रीय फल
  • राष्ट्रीय वृक्ष 
  • राष्ट्रीय भाषा   
  • राष्ट्रीय त्यौहार 
  •  राष्ट्रीय फल 
  • राष्ट्रीय खेल 
  • राष्ट्रीय मुद्रा    


  • राष्ट्रीय चिन्ह -अशोक स्तम्भ 


राष्ट्रीय चिन्ह को अशोक स्तम्भ से लिया गया है,जो की मौर्य शासक  सम्राट अशोक  द्वारा  निर्मित  हैं।  इस स्मारक में चार सिंह एक दूसरे की ओर पीठ  करके बैठे हुए हैं। अशोक   स्तम्भ के निचे "सत्यमेव जयते "लिखा हुआ है। 

अशोक स्तम्भ को  राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में  मान्यता 26 जनवरी सन 1950 को  मिली। 



  • राष्ट्रीय ध्वज - तिरंगा

 



भारत का राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों को मिलाकर बनाया  गया है, इसलिए इसे तिरंगा भी कहा जाता है। इसमें सबसे ऊपर केशरिया रंग की पट्टी ,मध्य में सफ़ेद रंग की पट्टी तथा नीचे में हरे रंग की पट्टी होती है , केशरिया रंग त्याग और बलिदान  का सफ़ेद रंग शांति और सत्य  का तथा हरा रंग देश की  समृद्धि तथा हरियाली का प्रतिक माना  जाता है। 

  इनके मध्य में नीले रंग का एक चक्र बना होता है, जिसके अंदर 24 तीलियाँ होती है ,यह चक्र सारनाथ के अशोक स्तम्भ से लिया गया है ।  राष्ट्र ध्वज की लम्बाई और चौड़ाई का अनुपात  क्रमश :2 :3  होता है। 

भारतीय संविधान सभा ने 22 जुलाई सन 1947 को इसे राष्ट्रीय ध्वज के रूप आधिकारिक मान्यता प्रदान की थी। 


  • राष्ट्रीय गान  - जन  -गण - मन 


भारत के राष्ट्रगान की रचना साहित्य  में  नोबल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर  द्वारा  की गयी है। इसे मूलतः बांग्ला भाषा में लिखा गया  था, जिसमे  कुल 5  पद थे ,लेकिन राष्ट्रगान  में  इसके  पहले पद को ही लिया गया है।  इसका  बाद में हिंदी संस्करण  तैयार  किया गया राष्ट्रगान के हिंदी  संस्करण को  संविधान समिति ने 24 जनवरी ,1950 को  स्वीकार किया। 

 राष्ट्रगान के गायन की अवधि 52 सेकंड निर्धारित की गयी है। 



"जन- गण - मन अधिनायक जय हे 
भारत भाग्य विधाता। 
पंजाब- सिंधु- गुजरात - मराठा 
द्राविण -उत्कल- बंग 
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा 
उच्छल जलधि तरंग 
तव शुभ नाम जागे, तव शुभ आशिष मांगे 
गाहे तव जय -गाथा। 
जन - गण- मंगल दायक जय हे भारत भाग्य विधाता। 
जय हे ,जय हे ,जय हे ,जय जय जय जय  हे। "




  •  राष्ट्रीय गीत - वन्दे  मातरम


यह  महान कवि  बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा संस्कृत भाषा  में लिखा गया है , जो की  उनकी प्रसिद्ध रचना  'आनंदमठ 'से लिया गया है, राष्ट्रगीत  को राष्ट्रगान के समतुल्य ही सम्मान प्राप्त है।   राष्ट्रगान और राष्ट् गीत को एक ही तिथि से अर्थात जनवरी 24 सन 1950 से संविधान समिति के द्वारा अपनाया गया। 


वन्दे  मातरम।  

सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम ,

शस्यश्यामलाम मातरम। वन्दे  मातरम् ।।

शुभ्रज्योत्सना पुलकित यामिनिम्  ,

फुलकुसुमित द्रुमदल शोभिनिम् 

सुहासिनीम सुमधुरभाषिणीम ,

सुखदाम  वरदाम मातरम।।वन्दे मातरम।।


  • राष्ट्रीय पशु  -बाघ 






यद्यपि बाघ से पहले  हमारा राष्ट्रीय पशु  शेर था , परन्तु नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने 1973   को  शालीनता ,दृढ़ता , फुर्ती  और अपार शक्ति बाघ के इन्ही  गुणों  के कारण,  रॉयल बंगाल टाइगर को  भारत का राष्ट्रीय पशु  घोषित  किया  गया।
इसके साथ ही इसके संरक्षण के  लिए  बाघ परियोजना प्रारम्भ की गयी ,जो की भारत में बाघों की घटती जनसख्याँ  को बढ़ाने के लिए था। 




  • राष्ट्रीय पक्षी  -मोर 

26 जनवरी सन 1963 को  मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी  घोषित किया गया। यह देखने में बहुत सुन्दर एवं आकर्षक पक्षी होता है। 

  •  राष्ट्रीय पुष्प -कमल 




भारत  का राष्ट्रीय  पुष्प कमल को माना  जाता  है,यद्यपि  इसका कोई भी आधिकारिक आधार  सरकार के  पास नहीं है ,परन्तु  कमल  का  प्राचीन भारत की कला और गाथाओं में विशेष स्थान है साथ ही यह अति प्राचीन काल  से भारतीय  संस्कृति का मांगलिक प्रतिक रहा है,इसलिए इसे राष्ट्रीय पुष्प माना  जाता  है।  


  • राष्ट्रीय फल -आम



यह फल भारत में बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, यह उष्णकटिबंधीय  हिस्से का सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से उगाये जाने वाला पौधा है इसका  फल विटामिन ऐ सी एवं डी का समृद्ध स्रोत है। 


  • राष्ट्रीय वृक्ष -बरगद 




बरगद के वृक्ष को भारत का राष्ट्रीय वृक्ष माना जाता है। यह एकता एवं दृढ़ता का परिचायक है, जिस तरह से भारत देश में अलग अलग धर्मों जातियों के लोग रहते है ठीक उसी प्रकार  विशाल बरगद या वट के शाखाओं तनो एवं जड़ों में कई प्रकार के जिव अपना जीवन बिताते है। 


  • भारत की राष्ट्रीय भाषा 

भारत एक विशाल  राष्ट्र है, जो की विविधताओं से भरा हुआ है, यहाँ  हजारों साल  से  असंख्य   भाषाएं लिखी ,पढ़ी  व  बोली जाती है अतः  यहाँ किसी एक भांषा को राष्ट्रभाषा  घोषित करना संभव नहीं है  ,इसलिए  किसी  भी भाषा को राष्ट्र भाषा  का  दर्जा नहीं  दिया गया है। 


  •   भारत  की राजभाषा 

अपनी विभिन्नताओं के चलते भारत की कोई  राष्ट्रभाषा  नहीं है , मगर सरकारी दफ्तरों में कामकाज की सुगमता  एवं भांषायी आधार बनाने के लिए हिंदी को राजभाषा  का दर्जा दिया गया है। 

हिंदी को राजभाषा का दर्जा 14 सितम्बर 1949  को दिया गया।  



  • राष्ट्रीय  त्यौहार- स्वतंत्रता दिवस ,गणतंत्र दिवस ,गाँधी जयंती 






भारत देश में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त  ,गणतंत्र दिवस 26 जनवरी और गाँधी जयंती2 अक्टूबर को राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया  जाता है।  


  • राष्ट्रीय खेल - हॉकी 


भारत में वैसे तो क्रिकेट देखने एवं खेलने वालों की तादाद वर्त्तमान में काफी ज्यादा है और यह बहुत ज्यादा पॉपुलर खेल बन गया  है  परन्तु  यह भी  सत्य है की 
भारतीय हॉकी टीम ओलिंपिक के इतिहास की सबसे सफल टीम  रही है। ओलिंपिक  में भारत ने  लगातार 6  स्वर्ण पदक अपने  नाम किया था। 

भारत के खेल मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से भारत के किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया है।  लेकिन सरकारी वेब पोर्टल पर हॉकी को ही राष्ट्रीय खेल माना गया है। 



  • राष्ट्रीय मुद्रा -






भारत सरकार  द्वारा 15 जुलाई 2010 को रूपया चिन्ह को जारी किया गया यह भारत में प्रयोग होने  वाली आधिकारिक मुद्रा भारतीय रूपये  का प्रतीकात्मक मुद्रा चिन्ह है। 



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